/ Jul 18, 2025
Trending
32 लाख के ईनामी 2 महिला सहित 7 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सुकमा। अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के फलस्वरूप नक्सली संगठन में सक्रिय 2 महिला सहित 7 नक्सलियों ने जिसमें 1. हेमला हिड़मा उर्फ वागा पिता चूला (बटालियन नंबर 1 हेर्ड क्वार्टर कम्पनी नंबर 3, प्लाटून नंबर 2 सेक्षन ”बीÓÓ/सीसीएम माड़वी हिड़मा गार्ड कमाण्डर पीपीसीएम, ईनामी 8 लाख रूपये) निवासी गोमगुड़ा इत्तापारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, 2. रव्वा मूके उर्फ भीमे पति हिड़मा हेमला पिता भीमा (पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 प्लाटून नं 2 सेक्शन ”बीÓÓ पीपीसीएम ईनामी 8 लाख रूपये) निवासी फुलबगड़ी गंधारपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा, 3. बारसे सोना पिता बोटी (दक्षिण सब जोनल ब्युरो मोपोस टीम इंचार्ज/बटालियन नंबर 1 का राजनीति इंचार्ज/एसजेडसीएम सन्नू दादा का गार्ड/पीपीसीएम ईनामी 8 लाख रूपये) निवासी टेकलगुड़ा बर्रेपारा थाना जगरगुण्ड़ा जिला सुकमा, 4. उईका लालू पिता स्व.लखमू (प्लाटून नंबर 10 का पार्टी सदस्य/पूर्व में पश्चिम बस्तर डिवीजन अन्तर्गत कम्पनी नंबर 2 का इंचार्ज/ एसजेडसीएम, ईनामी 02 लाख रूपये) उम्र लगभग 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी बेदरे कोरेंगपारा थाना जगरगुण्ड़ा जिला सुकमा (छ0ग0), 5. महिला माड़वी कोसी पिता स्व. आयता (पामेड़ एरिया कमेटी कृषि शाखा सदस्या ईनामी 2 लाख रूपये), निवासी मड़कमगुड़ा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, 6. मड़कम हुंगा पिता स्व. लक्खा (मोरपल्ली आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष, ईनामी 2 लाख रूपये) निवासी मोरपल्ली बरदापारा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, 7. मुचाकी बुधरा पिता स्व. भीमा (पूवर्ती आरपीसी मिलिषिया कमाण्डर, ईनामी 2 लाख रूपये) निवासी पूवर्ती ओईपारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा ने किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, हरविंदर सिंह, कमांडेंट 241 वाहिनी सीआरपीएफ, सुरेश कुमार पायल द्वितीय कमान अधिकारी, डीआईजी ऑफिस सुकमा, अमित प्रकाश, द्वितीय कमान अधिकारी, 131 वाहिनी सीआरपीएफ, अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक, नक्सल ऑप्स. सुकमा, एवं उपनिरीक्षक रवि कुमार रतवाया, 241 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्षआत्मसमर्पण कर दिया है।
नक्सली दम्पति महिला रव्वा मूके उर्फ भीमे एवं पुरूष हेमला हिड़मा हेमला पिता भीमा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 241 वाहिनी सीआरपीएफ, नक्सली बारसे सोना, मुचाकी बुधरा पिता स्व. भीमा, माड़वी कोसी पिता आयता को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल आसूचना शाखा सुकमा, नक्सली उईका लालू पिता स्व. लखमू को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला पुलिस बल दोरनापाल एवं 131 वाहिनी सीआरपीएफ, नक्सली मड़कम हुंगा पिता स्व0 लक्खा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में रेंज फिल्ड टीम सुकमा के कार्मिकों का योगदान रहा। उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीतिÓÓ के तहत् सहायता राशि 25-25 हजार रूपये के मान से प्रत्येक को प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किया गया एवं अन्य सुविधायें प्रदान करोये जायेंगे। विदित हो कि उक्त आत्मसमर्पित नक्सलियों में से 1 नक्सल दम्पति महिला रव्वा मूके उर्फ भीमे एवं पुरूष हेमला हिड़मा पिता भीमा जो नक्सल संगठन में सक्रिय रहकर एक-दूसरे से प्रेम-प्रसंग होने पर विवाह किया गया था।
32 लाख के ईनामी 2 महिला सहित 7 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सुकमा। अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव के फलस्वरूप नक्सली संगठन में सक्रिय 2 महिला सहित 7 नक्सलियों ने जिसमें 1. हेमला हिड़मा उर्फ वागा पिता चूला (बटालियन नंबर 1 हेर्ड क्वार्टर कम्पनी नंबर 3, प्लाटून नंबर 2 सेक्षन ”बीÓÓ/सीसीएम माड़वी हिड़मा गार्ड कमाण्डर पीपीसीएम, ईनामी 8 लाख रूपये) निवासी गोमगुड़ा इत्तापारा थाना पामेड़ जिला बीजापुर, 2. रव्वा मूके उर्फ भीमे पति हिड़मा हेमला पिता भीमा (पीएलजीए बटालियन नम्बर 1 प्लाटून नं 2 सेक्शन ”बीÓÓ पीपीसीएम ईनामी 8 लाख रूपये) निवासी फुलबगड़ी गंधारपारा थाना केरलापाल जिला सुकमा, 3. बारसे सोना पिता बोटी (दक्षिण सब जोनल ब्युरो मोपोस टीम इंचार्ज/बटालियन नंबर 1 का राजनीति इंचार्ज/एसजेडसीएम सन्नू दादा का गार्ड/पीपीसीएम ईनामी 8 लाख रूपये) निवासी टेकलगुड़ा बर्रेपारा थाना जगरगुण्ड़ा जिला सुकमा, 4. उईका लालू पिता स्व.लखमू (प्लाटून नंबर 10 का पार्टी सदस्य/पूर्व में पश्चिम बस्तर डिवीजन अन्तर्गत कम्पनी नंबर 2 का इंचार्ज/ एसजेडसीएम, ईनामी 02 लाख रूपये) उम्र लगभग 22 वर्ष जाति मुरिया निवासी बेदरे कोरेंगपारा थाना जगरगुण्ड़ा जिला सुकमा (छ0ग0), 5. महिला माड़वी कोसी पिता स्व. आयता (पामेड़ एरिया कमेटी कृषि शाखा सदस्या ईनामी 2 लाख रूपये), निवासी मड़कमगुड़ा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, 6. मड़कम हुंगा पिता स्व. लक्खा (मोरपल्ली आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष, ईनामी 2 लाख रूपये) निवासी मोरपल्ली बरदापारा थाना चिंतलनार जिला सुकमा, 7. मुचाकी बुधरा पिता स्व. भीमा (पूवर्ती आरपीसी मिलिषिया कमाण्डर, ईनामी 2 लाख रूपये) निवासी पूवर्ती ओईपारा थाना जगरगुण्डा जिला सुकमा ने किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, हरविंदर सिंह, कमांडेंट 241 वाहिनी सीआरपीएफ, सुरेश कुमार पायल द्वितीय कमान अधिकारी, डीआईजी ऑफिस सुकमा, अमित प्रकाश, द्वितीय कमान अधिकारी, 131 वाहिनी सीआरपीएफ, अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला सुकमा, मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक, नक्सल ऑप्स. सुकमा, एवं उपनिरीक्षक रवि कुमार रतवाया, 241 वाहिनी सीआरपीएफ के समक्षआत्मसमर्पण कर दिया है।
नक्सली दम्पति महिला रव्वा मूके उर्फ भीमे एवं पुरूष हेमला हिड़मा हेमला पिता भीमा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 241 वाहिनी सीआरपीएफ, नक्सली बारसे सोना, मुचाकी बुधरा पिता स्व. भीमा, माड़वी कोसी पिता आयता को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में नक्सल सेल आसूचना शाखा सुकमा, नक्सली उईका लालू पिता स्व. लखमू को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला पुलिस बल दोरनापाल एवं 131 वाहिनी सीआरपीएफ, नक्सली मड़कम हुंगा पिता स्व0 लक्खा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में रेंज फिल्ड टीम सुकमा के कार्मिकों का योगदान रहा। उपरोक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीतिÓÓ के तहत् सहायता राशि 25-25 हजार रूपये के मान से प्रत्येक को प्रोत्साहन राशि व कपड़े प्रदान किया गया एवं अन्य सुविधायें प्रदान करोये जायेंगे। विदित हो कि उक्त आत्मसमर्पित नक्सलियों में से 1 नक्सल दम्पति महिला रव्वा मूके उर्फ भीमे एवं पुरूष हेमला हिड़मा पिता भीमा जो नक्सल संगठन में सक्रिय रहकर एक-दूसरे से प्रेम-प्रसंग होने पर विवाह किया गया था।
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.
The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making
The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution
Copyright BlazeThemes. 2023