News Elementor

RECENT NEWS

वित्त मंत्री चौधरी ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट

रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश करते हुए कहा कि राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा प्रदेश की जीएसडीपी में ग्रोथ हुआ है। 2023- 24 में 3,06,712 करोड़ से बढ़कर 2024- 25 में 3,29,752 करोड़ होना संभावित है, यह गत वर्ष की तुलना में 7.51 प्रतिशत की वृद्धि है। इसमें कृषि क्षेत्र, उद्योग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र में योगदान अधिक है. कैपिटल इनकम में भी वृद्धि हो रही है।
वित्त मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय में 9.37 प्रतिशत की दर से वृद्धि है, जबकि देश में प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि दर 8.66 प्रतिशत है। इस तरह से राष्ट्रीय औसत की तुलना में प्रदेश में वृद्धि दर कहीं ज्यादा है।

आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2024-25, के प्रमुख बिन्दू सकल राज्य घरेलू उत्पाद GSDP(Gross State Domestic Product) वर्ष 2023-24 (त्वरित) एवं 2024-25 (अग्रिम) अनुमान
विधानसभा बजट सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2024-25″ पटल पर प्रस्तुत किया गया। इस प्रकाशन के प्रमुख बिन्दू में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) के अनुमान वर्ष 2023-24 का त्वरित एवं वर्ष 2024-25 का अग्रिम अनुमान संक्षय में विवरण निम्नानुसार एवं लालिका एवं 2 में दिया गया है। साथ ही अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं, समाजार्थिक स्थिति उसे प्रभावित करने वाले अधारभूत घटकों एवं राज्य शासन की योजनाओं के संदर्भ में प्रगति की विवेचनात्मक अध्ययन है।
1. सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) वर्ष 2024-25 में प्रगति की सम्भावनायें
1.1 स्थिर मावों पर (आधार वर्ष 2011-12) अग्रिम अनुमान वर्ष 2024-25 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (बाजार मूल्य) पर गरा वर्ष 2023-24 को रुपये 3,06,712 करोड़ से बढ़कर रुपये 3,29,752 करोड़ होना संभावित है जो गत वर्ष की तुलना में 7.51 प्रतिशत वृद्धि है, जिसमें कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र वर्ष 2023-24 के रुपये 48,987 करोड से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 51,621 करोड़ होना संभावित है जो गत वर्ष की तुलना में 5.38 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र में रुपये 1,37,649 करोड से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,47,172 करोड़ होना संभावित है, जो गत वर्ष की तुलना में 6.92 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। सेवा क्षेत्र में वर्ष 2023-24 के रुपये 99,925 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,08,461 करोड़ होना समावित है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 8.54 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
1.2 प्रचलित भावों पर अग्रिम अनुमान वर्ष 2024-25 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (बाजार मूल्य) (GSDP at Market Prices) पर गत वर्ष 2023-24 के रुपये 5,12,107 करोड़ से बढ़कर रुपये 5,67,880 करोड होना संभावित है जो गत वर्ष की तुलना में 10.89 प्रतिशत वृद्धि है, जिसमें वर्ष 2023-24 में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र रुपये 97,958 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,07,038 करोड़ होना समावित है जो गत वर्ष की तुलना में 9.27 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र में रुपये 2,12,306 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रूपये 2,31,871 करोड होना संभावित है, जो गत्त वर्ष की तुलना में 922 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। सेवा क्षेत्र में रुपये 1,71,335 करोड से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,94,346 करोड होना संभावित है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 13.43 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।

PRESSNOTE-FINAL

रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश करते हुए कहा कि राष्ट्रीय औसत से कहीं ज्यादा प्रदेश की जीएसडीपी में ग्रोथ हुआ है। 2023- 24 में 3,06,712 करोड़ से बढ़कर 2024- 25 में 3,29,752 करोड़ होना संभावित है, यह गत वर्ष की तुलना में 7.51 प्रतिशत की वृद्धि है। इसमें कृषि क्षेत्र, उद्योग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र में योगदान अधिक है. कैपिटल इनकम में भी वृद्धि हो रही है।
वित्त मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में प्रति व्यक्ति आय में 9.37 प्रतिशत की दर से वृद्धि है, जबकि देश में प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि दर 8.66 प्रतिशत है। इस तरह से राष्ट्रीय औसत की तुलना में प्रदेश में वृद्धि दर कहीं ज्यादा है।

आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2024-25, के प्रमुख बिन्दू सकल राज्य घरेलू उत्पाद GSDP(Gross State Domestic Product) वर्ष 2023-24 (त्वरित) एवं 2024-25 (अग्रिम) अनुमान
विधानसभा बजट सत्र में छत्तीसगढ़ राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2024-25″ पटल पर प्रस्तुत किया गया। इस प्रकाशन के प्रमुख बिन्दू में राज्य का सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) के अनुमान वर्ष 2023-24 का त्वरित एवं वर्ष 2024-25 का अग्रिम अनुमान संक्षय में विवरण निम्नानुसार एवं लालिका एवं 2 में दिया गया है। साथ ही अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं, समाजार्थिक स्थिति उसे प्रभावित करने वाले अधारभूत घटकों एवं राज्य शासन की योजनाओं के संदर्भ में प्रगति की विवेचनात्मक अध्ययन है।
1. सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) वर्ष 2024-25 में प्रगति की सम्भावनायें
1.1 स्थिर मावों पर (आधार वर्ष 2011-12) अग्रिम अनुमान वर्ष 2024-25 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (बाजार मूल्य) पर गरा वर्ष 2023-24 को रुपये 3,06,712 करोड़ से बढ़कर रुपये 3,29,752 करोड़ होना संभावित है जो गत वर्ष की तुलना में 7.51 प्रतिशत वृद्धि है, जिसमें कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र वर्ष 2023-24 के रुपये 48,987 करोड से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 51,621 करोड़ होना संभावित है जो गत वर्ष की तुलना में 5.38 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र में रुपये 1,37,649 करोड से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,47,172 करोड़ होना संभावित है, जो गत वर्ष की तुलना में 6.92 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। सेवा क्षेत्र में वर्ष 2023-24 के रुपये 99,925 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,08,461 करोड़ होना समावित है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 8.54 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
1.2 प्रचलित भावों पर अग्रिम अनुमान वर्ष 2024-25 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (बाजार मूल्य) (GSDP at Market Prices) पर गत वर्ष 2023-24 के रुपये 5,12,107 करोड़ से बढ़कर रुपये 5,67,880 करोड होना संभावित है जो गत वर्ष की तुलना में 10.89 प्रतिशत वृद्धि है, जिसमें वर्ष 2023-24 में कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र रुपये 97,958 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,07,038 करोड़ होना समावित है जो गत वर्ष की तुलना में 9.27 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। इसी प्रकार उद्योग क्षेत्र में रुपये 2,12,306 करोड़ से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रूपये 2,31,871 करोड होना संभावित है, जो गत्त वर्ष की तुलना में 922 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है। सेवा क्षेत्र में रुपये 1,71,335 करोड से बढ़कर वर्ष 2024-25 में रुपये 1,94,346 करोड होना संभावित है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 13.43 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।

PRESSNOTE-FINAL

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.

The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making

The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.

rahul choubey

RECENT POSTS

CATEGORIES

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

SUBSCRIBE US

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution

Copyright BlazeThemes. 2023