/ Jul 30, 2025
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गरियाबंद।देवभोग तहसील में सहकारी समितियों में पंजीकृत किसानों को समय पर मांग के अनुरूप बीज की सप्लाई करने में बीज निगम नाकाम रही है। तीन समितियों में 200 क्विंटल अमानक बीज खपा दिया। बीज निगम द्वारा भंडारण के बाद बीज निरीक्षक को प्रत्येक समिति में भंडारित लॉट का परीक्षण करना अनिवार्य होता है। लेकिन जांच में देवभोग क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। 30 जून को इलाके भर से नमूना लिया गया था। इसमें रोहानागुडा समिति से स्वर्णा (एमटीयू 7029), एमटीयू 1156, गोहरा पदर समिति से लिए गए स्वर्णा एमटीयू 7029 और मैनेपुर ब्लॉक से लिए गए विक्रम टीसीआर के नमूने असफल साबित हुआ। तीनों समिति से 200 क्विंटल से ज्यादा बीज की आपूर्ति हुई थी।
जांच के वक्त समितियों में 162 क्विंटल बीज मौजूद था. रिपोर्ट 2 जुलाई को आया. तब तक 50 से ज्यादा किसानों को अमानक बीज बेच दी गई थी. 2 जुलाई को रिपोर्ट जारी कर अमानक बीज ले जाने वाले किसानों की सूची बनाने कहा गया है। अभी तक अंकुरण से सम्बंधित किसी भी प्रकार की कोई शिकायत नहीं आई है। .
तहसील के 8 सहकारी समितियों में 2742.30 क्विटल बीज का भंडारण किया गया था। इसमें केवल 1789 क्विटल बीज ही वितरण हो सका। अब भी सहकारी केंद्र के गोदाम में 961 क्विंटल बीज पड़ा हुआ है।
इस सम्बन्ध में जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अमर सिंह ध्रुव ने कहा कि समय से पहले किस्म की मांग और मात्रा ऊपर भेजी जा गई थी। लेकिन 40 फीसदी मात्रा का भंडारण समय पर नहीं हुआ। अब समिति प्रबंधक इसकी वापसी के लिए पत्राचार कर रहे हैं, क्योंकि सीमितियों को स्थानाभाव की वजह से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति से उच्चाधिकारियों को अवगत करा कर मार्गदर्शन मांगा गया है।
इलाके में 1001 और 1010 जैसे मोटे धान की ज्यादा मांग थी। किसानों की पसंद को दरकिनार कर निगम ने अअपनी पसंद का बीज खपाया। 15 जून तक बोनी अंतिम हो जाता है। प्री मानसून के चलते इस बार कृषि कार्य 15 दिन आगे चल रहा। जून के पहले सप्ताह में बोनी पूरी हो चुकी थी।
इस संबंध में उपसंचालक कृषि चंदन रॉय ने बताया कि समितिवार मांग को बीज निगम के पास भेजा जाता है। हमारी पूरी कोशिश होती है कि पूर्ति मांग के अनुरूप हो, लेकिन ऊपर से हो रही सप्लाई के आधार पर भंडारण कराने की मजबूरी है। बीज के अमानक रिपोर्ट आने के बाद बिक्री पर रोक लगाया गया है। जिन्हें वितरित किया गया था, उनकी सूची मांगी गई है।
गरियाबंद।देवभोग तहसील में सहकारी समितियों में पंजीकृत किसानों को समय पर मांग के अनुरूप बीज की सप्लाई करने में बीज निगम नाकाम रही है। तीन समितियों में 200 क्विंटल अमानक बीज खपा दिया। बीज निगम द्वारा भंडारण के बाद बीज निरीक्षक को प्रत्येक समिति में भंडारित लॉट का परीक्षण करना अनिवार्य होता है। लेकिन जांच में देवभोग क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। 30 जून को इलाके भर से नमूना लिया गया था। इसमें रोहानागुडा समिति से स्वर्णा (एमटीयू 7029), एमटीयू 1156, गोहरा पदर समिति से लिए गए स्वर्णा एमटीयू 7029 और मैनेपुर ब्लॉक से लिए गए विक्रम टीसीआर के नमूने असफल साबित हुआ। तीनों समिति से 200 क्विंटल से ज्यादा बीज की आपूर्ति हुई थी।
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