/ Jul 14, 2025
Trending
बिलासपुर। एशियन कबड्डी चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई है जिसमें छत्तीसगढ़ की प्रतिभाशाली कबड्डी खिलाड़ी संजू यादव भी शामिल की गई है। संजू अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाली छत्तीसगढ़ की पहली कबड्डी खिलाड़ी बन गई हैं। इस उपलब्धि की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बधाई और शुभकामनाएं दी है। 4 से 9 मार्च तक तेहरान (ईरान) में होने वाली इस प्रतियोगिता में संजू भारतीय टीम का हिस्सा होंगी। वह वर्तमान में सोनीपत (हरियाणा) में प्रशिक्षण ले रही थीं।
कोरबा जिले के केराकछार, पाली गांव की रहने वाली संजू के पिता रामजी यादव ड्राइवर हैं और माता अमरिका बाई गृहिणी हैं। 2016 में कबड्डी खेलना शुरू करने वाली संजू को पहली बार जिला कबड्डी संघ के पदाधिकारियों ने तिवरता में आयोजित प्रतियोगिता में खेलते देखा और क्लब में शामिल किया। संजू ने कटघोरा गवर्नमेंट कॉलेज से पढ़ाई की। वे आईटीआई के दौरान लाल मैदान, दर्री में अभ्यास करती थीं। उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें बहतराई खेल अकादमी, बिलासपुर में ट्रेनिंग का मौका मिला। वहां से हरियाणा में नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में उम्दा प्रदर्शन के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय टीम में स्थान मिला।
संघ के कोच अनुज प्रताप सिंह और बसंत शर्मा ने इसे राज्य के लिए गर्व का विषय बताया। तिवरता कबड्डी स्पर्धा आयोजन समिति के हरिशंकर दुबे और रायगढ़ के राजेश पटनायक, जिन्होंने 6 साल पहले 2 लाख रुपये की सहायता से कबड्डी मैट उपलब्ध करवाई थी, भी इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं।
बिलासपुर। एशियन कबड्डी चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई है जिसमें छत्तीसगढ़ की प्रतिभाशाली कबड्डी खिलाड़ी संजू यादव भी शामिल की गई है। संजू अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाली छत्तीसगढ़ की पहली कबड्डी खिलाड़ी बन गई हैं। इस उपलब्धि की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बधाई और शुभकामनाएं दी है। 4 से 9 मार्च तक तेहरान (ईरान) में होने वाली इस प्रतियोगिता में संजू भारतीय टीम का हिस्सा होंगी। वह वर्तमान में सोनीपत (हरियाणा) में प्रशिक्षण ले रही थीं।
कोरबा जिले के केराकछार, पाली गांव की रहने वाली संजू के पिता रामजी यादव ड्राइवर हैं और माता अमरिका बाई गृहिणी हैं। 2016 में कबड्डी खेलना शुरू करने वाली संजू को पहली बार जिला कबड्डी संघ के पदाधिकारियों ने तिवरता में आयोजित प्रतियोगिता में खेलते देखा और क्लब में शामिल किया। संजू ने कटघोरा गवर्नमेंट कॉलेज से पढ़ाई की। वे आईटीआई के दौरान लाल मैदान, दर्री में अभ्यास करती थीं। उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें बहतराई खेल अकादमी, बिलासपुर में ट्रेनिंग का मौका मिला। वहां से हरियाणा में नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप में उम्दा प्रदर्शन के बाद उन्हें अंतरराष्ट्रीय टीम में स्थान मिला।
संघ के कोच अनुज प्रताप सिंह और बसंत शर्मा ने इसे राज्य के लिए गर्व का विषय बताया। तिवरता कबड्डी स्पर्धा आयोजन समिति के हरिशंकर दुबे और रायगढ़ के राजेश पटनायक, जिन्होंने 6 साल पहले 2 लाख रुपये की सहायता से कबड्डी मैट उपलब्ध करवाई थी, भी इस उपलब्धि से बेहद खुश हैं।
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.
The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making
The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using ‘Content here, content here’, making it look like readable English. Many desktop publishing packages and web page editors now use Lorem Ipsum as their default model text, and a search for ‘lorem ipsum’ will uncover many web sites still in their infancy.
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution
Copyright BlazeThemes. 2023